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मक़सूद मास्टर का स्वान गीत
मक़सूद मास्टर को लगा जैसे कपड़ा सीते सीते वो खुद को भी सीते जा रहे हैं।सुबह आँगन में बिल्ली के छोटे छोटे बच्चे यहाँ से वहाँ कूद रह रहे थे! वह पक्षी जैसे…
Akshat
Mar 12
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मक़सूद मास्टर का स्वान गीत
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January 2023
बोज़ो, पूनाची, बल्थज़ार और नीत्शे के आँसू
“निस्वार्थ जीव अपना जीवन त्रासदियों में ही बिताते हैं”, चाबुक से पीटते एक घोड़े को देख़ कैसे एक महान दार्शनिक का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया, उस भाव के…
Akshat
Jan 28
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बोज़ो, पूनाची, बल्थज़ार और नीत्शे के आँसू
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"शब्द, समय और बस स्टैंड पर खड़ा एक साधारण आदमी"
गर्मियों में जब घर के सभी लोग दोपहर का भोजन करके ऊँघने लगते थे, हम बच्चे चुपके से छत की ओर भाग आते थे। उस दिन छत पर तीन बरनियाँ रखी हुयी थी, तीनों में…
Jan 6
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"शब्द, समय और बस स्टैंड पर खड़ा एक साधारण आदमी"
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August 2022
पिता जा चुके हैं, अपना चश्मा और घड़ी भूल कर
पिता को अपने आज में शब्दों के सहारे खोजते तीन कवि। क्या ऐसा कभी हुआ है कि आप अपने कामकाजी शहर से कुछ दिनों के लिए घर लौटे हों और आपके पिता एक कहानी…
Aug 2, 2022
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पिता जा चुके हैं, अपना चश्मा और घड़ी भूल कर
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May 2022
सिनेमा और आर्यभट्ट
एक निर्देशक की आँखो-देखी
May 18, 2022
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सिनेमा और आर्यभट्ट
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December 2021
सी-सी के क़िस्से
गुलदस्ते में फूल अब भी ज़िंदा थे, सी-सी की कजरी आँखों में नारंगी और पीले चमकते दिखे, एक पल के लिए उसे लगा उसके पीछे साँप हैं, फिर समझ आया उसकी ही पूँछ…
Akshat
Dec 19, 2021
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सी-सी के क़िस्से
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July 2021
वंका
भाग 2। वंका और उस जोकर की आँखों के बीच में जो जगह थी वहां समय थम गया था और उस थमे हुए समय में वंका के भीतर एक ही दिशा में उसकी सारी इच्छाएं दौड़ रही थी।
Akshat
Jul 21, 2021
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वंका
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“वंका”
भाग-1 * पिता के दस्तानों में जहाँ जहां से उन उधड़ गया था, वंका अपने पीले दस्तानों से उन्हें ढकने की कोशिश करने लगा पर कोई ना कोई छेद खुला ही रह जाता *
Akshat
Jul 20, 2021
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“वंका”
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प्रेम में दुनिया
खिड़कियों के बाहर सुनहरे आसमान में डूबते सूरज के ठीक सामने से होकर झुंड में गुज़र रही हैं विशालकाय मछलियाँ व्हेल मछलियाँ!
Akshat
Jul 19, 2021
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प्रेम में दुनिया
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नानी को याद करते हुए
Pierre Cardin की जेब-घड़ी मेरे हथेलियों में थमाते हुए नानी ने कहा था कि इसको “तुम ही रखो! तुम ही सम्भाल पाओगे! रख लो नहीं तो कोई भी घुमा देगा!” घड़ी के…
Akshat
Jul 18, 2021
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नानी को याद करते हुए
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June 2021
कवि की मृत्यु
एक कवि की मृत्यु के ठीक बाद उठता है आकाश-गंगा में धुआँ ...
Akshat
Jun 6, 2021
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कवि की मृत्यु
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जाने पहचाने अजनबी
कुछ देर से हल्की बारिश हो रही थी! अचानक सड़क पर चलते हुए, उसे एक सिल्वर सिगरेट बॉक्स पड़ा मिला। काया तुरंत वहाँ चली गयी;
Akshat
Jun 6, 2021
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जाने पहचाने अजनबी
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