इस रचना ने हिंदी कहानियों की उन पूर्व स्मृतियों को ताज़ा कर दिया, जो कुछ 20 वर्ष पूर्व मेरे जीवन का अभिन्न हिस्सा हुआ करती थीं। पात्र इतने वास्तविक और अपने जैसे लगते हैं। इस कहानी की सफलता इसी में है कि मैं हर पल को अपनी आँखों के सामने देख पाने में सक्षम हुआ। बधाई !
Bhai, kya likha hai!! Maza aa gaya. Pure visuals samne the.
अप्रतिम !
इस रचना ने हिंदी कहानियों की उन पूर्व स्मृतियों को ताज़ा कर दिया, जो कुछ 20 वर्ष पूर्व मेरे जीवन का अभिन्न हिस्सा हुआ करती थीं। पात्र इतने वास्तविक और अपने जैसे लगते हैं। इस कहानी की सफलता इसी में है कि मैं हर पल को अपनी आँखों के सामने देख पाने में सक्षम हुआ। बधाई !
Thank you so much :)
मैं किसी को जानता था इसी प्रकार के किस्सों के पात्रों को । कोरोना काल की कड़वी यादें ताज़ा कर दी इस कहानी नें । एक बेहतर रचना के लिए धन्यवाद ।
राजेश देवली
शुक्रिया आपका भाई :)