उपन्यास के एक अध्याय में, जिसमें लिखी जाती है एक अरसे बाद मिले दो लोगों की निकटता जितनी जगह दो शब्दों के बीच में छूटी रह जाती है दो लोग आपस में उतने ही पास रह सकते हैं और उतने ही दूर भी । ऐसे ही किसी उपन्यास में रहती हुई एक कविता … सालों बाद, एक दिन अचानक,
अंधेरे में घर लौटती एक रोशनी
अंधेरे में घर लौटती एक रोशनी
अंधेरे में घर लौटती एक रोशनी
उपन्यास के एक अध्याय में, जिसमें लिखी जाती है एक अरसे बाद मिले दो लोगों की निकटता जितनी जगह दो शब्दों के बीच में छूटी रह जाती है दो लोग आपस में उतने ही पास रह सकते हैं और उतने ही दूर भी । ऐसे ही किसी उपन्यास में रहती हुई एक कविता … सालों बाद, एक दिन अचानक,